
स्वामी भास्करानंद पशुधन सहायक प्रशिक्षण संस्थान में आपका स्वागत है
“पशुधन ही ग्रामीण भारत की रीढ़ है, और उचित प्रशिक्षण ही इसका सशक्त आधार।”
स्वामी भास्करानंद पशुधन सहायक प्रशिक्षण संस्थान का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को पशुपालन एवं पशुधन प्रबंधन से जुड़ी आधुनिक जानकारी और व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है। हमारा विश्वास है कि जब किसान और ग्रामीण युवा सही ज्ञान और प्रशिक्षण से सशक्त होंगे, तभी पशुधन का संरक्षण और विकास संभव होगा।
संस्थान में विद्यार्थियों को पशु चिकित्सा की मूलभूत जानकारी, टीकाकरण, आहार प्रबंधन, दुग्ध उत्पादन, रोग पहचान और उपचार संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही, ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें डेयरी प्रबंधन, पोल्ट्री फार्मिंग, बकरी पालन और पशु आधारित लघु उद्योगों की भी शिक्षा दी जाती है।
हमारा प्रयास केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है। हम नियमित रूप से सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करते हैं, जिससे विद्यार्थियों में सकारात्मक सोच, अनुशासन और समाजसेवा की भावना विकसित हो।
संस्थान का प्रत्येक सदस्य सेवा, समर्पण और उत्साह की भावना से जुड़ा है। हम न केवल ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि विद्यार्थियों को ऐसा वातावरण भी देते हैं जहाँ वे आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और समाजहित में योगदान करने वाले नागरिक बन सकें।
यदि आप हमारे इस मिशन से जुड़ना चाहते हैं, तो हम आपको हार्दिक स्वागत करते हैं। आप चाहे प्रशिक्षण लेकर अपने जीवन को नई दिशा दें, या योगदान/स्वयंसेवा के माध्यम से हमारी पहल को आगे बढ़ाएँ – आपका सहयोग समाज के लिए अमूल्य है।



